वाराणसी विकास प्राधिकरण के विस्तारित क्षेत्र का हो सकेगा सुनियोजित विकास, मास्टर प्लान तैयार करने का कार्य हुआ प्रारम्भ
वाराणसी विकास प्राधिकरण के विस्तारित क्षेत्र का हो सकेगा सुनियोजित विकास, मास्टर प्लान तैयार करने का कार्य हुआ प्रारम्भ
उत्तर प्रदेश नगर योजना एवं विकास अधिनियम-1973 की धारा-3 के प्राविधानों के अन्तर्गत वाराणसी के सुनियोजित विकास हेतु दिनांक 20.08.1974 द्वारा वाराणसी विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है, गठन के पश्चात् दिनांक 28.03.1978 एवं पुनः 07.09.2016 की अधिसूचनाओं के माध्यम से उक्त के सीमा विस्तार हेतु संशोधित किया गया। प्रदेश में प्रभावी योजनाओं एवं सम्भावित योजनाओं के दृष्टिगत तथा सुनियोजित विकास हेतु विकास प्राधिकरणों के विकास क्षेत्रों के विस्तारीकरण एवं प्रदेश में प्रभावी योजनाओं एवं सम्भावित योजनाओं तथा बढ़ते नगरीकरण एवं जनसँख्या वृद्धि के फलस्वरूप विकास की बढ़ती प्रवृत्ति को नियोजित स्वरूप प्रदान करने हेतु विकास क्षेत्रों का विस्तारीकरण किये जाने एवं सीमा-विस्तार का औचित्यपूर्णं प्रस्ताव तैयार कर प्राधिकरण बोर्ड से अनुमोदित कराते हुए शासन को उपलब्ध कराये गये। जिसके क्रम में दिनांक 28 जून, 2024 के माध्यम से वाराणसी विकास प्राधिकरण क्षेत्र की सीमा में अधिसूचित करते हुए वाराणसी विकास क्षेत्र में 215 नये राजस्व ग्रामों को सम्मिलित किया गया है जिनका कुल क्षेत्रफल 278 वर्ग किलोमीटर है। इस प्रकार वर्तमान में वाराणसी विकास क्षेत्र के अन्तर्गत कुल-850 राजस्व ग्राम सम्मिलित हैं।
उत्तर प्रदेश नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम- 1973 की धारा 8 के अनुसार प्राधिकरण को अपने विकास क्षेत्र के सुनियोजित विकास हेतु मास्टर प्लान बनाते हुये नवीन सम्मिलित क्षेत्रों में प्राधिकरण कार्यों के समयबद्ध एवं कुशल निष्पादन, प्रभावी नियन्त्रण, शासकीय आदेशों के अनुपालनार्थ तथा उ0प्र0 नगर योजना एवं विकास अधिनियम, 1973 की विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत उपलब्ध प्राविधानों को सुनियोजित ढ़ग से लागू किये जाने हेतु इन्हें वर्तमान गतिमान वार्ड एवं जोन की प्रशासनिक व्यवस्था के अनुसार संयोजित किया जाना है, जिसके लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण के विस्तारित क्षेत्र के लिये जीआईएस आधारित मास्टर प्लान बनाया जाना आवश्यक है।
वाराणसी विकास प्राधिकरण के विस्तारित क्षेत्र के लिये जीआईएस आधारित मास्टर प्लान के कार्य की महत्ता एवं तात्कालिकता के दृष्टिगत ई-निविदा QCBS (Quality cum Cost Basis) टू-बिड पद्धति पर आमंत्रित की गयी थी, निविदा हेतु आर0एफ0पी0 के मानदण्डों के अनुसार 02 फर्म तकनीकी मूल्यांकन के लिए पात्र थे, तदुपरांत उक्त निविदा की तकनीकी प्रस्तुतीकरण दिनांक- 10.06.2025 को फर्म/ निविदादाताओं द्वारा भौतिक रूप से प्रतिभाग करते हुए प्रस्तुतीकरण कराते हुये वित्तीय बिड खोली गयी ।
आज दिनांक 20.08.2025 को वाराणसी विकास प्राधिकरण, वाराणसी हेतु Appointment of Consultant to develop GIS based Master Plans for extended area of Varanasi Development Authority कार्य M/s. Sai Consulting Engineers Pvt. Ltd. से कार्य कराये जाने अनुमति प्रदान की गयी है।
वाराणसी विकास प्राधिकरण के विस्तारित क्षेत्र के लिए मास्टर प्लान चयनित संस्था द्वारा आठ माह की अवधि में तैयार कर दिया जायेगा जिससे विस्तारित क्षेत्र के सुनियोजित विकास को गति प्राप्त हो सकेगी।